मेरा नाम सोनाली है\ मैं उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर से हूँ\ ये बात तब की है जब मैं बारहवीं में पढ़ती थी\ मेरी बड़ी बहन मिताली कॉलेज में थी और छोटी मोनाली ग्यारहवीं में\ मेरा भाई निखिल भी मेरी क्लास में ही पढता था\ मिताली २० वर्ष की और मैं 18 वर्ष और मोनाली 17 वर्ष की थी\ मेरी माँ का नाम अवंतिका था\ उस समय हमारा घर लखनऊ के मुस्लिम एरिया में था जहाँ मुस्लिम ज्यादा रहते थे\ मेरे पिताजी जॉब की वजह से अक्सर बाहर रहते थे\ हमारे स्कूल में भी मुस्लिम लड़के थे जोकि सभी लड़कियों को परेशां करते थे यही हाल मेरी बड़ी बहन के कॉलेज में भी था\ मेरी क्लास में जावेद नाम का लड़का पढता था\ जोकि सभी लड़कियों से मस्ती करता था\ मैं उसे कभी भी भाव नहीं देती थी\ कुछ सहेलियों को चोद भी चूका था\ एक दिन जब मैं स्कूल गयी तो देखा कि जावेद अपने दोस्तों के साथ क्लास में बैठा था और मेरी बहन और साक्षी जो मेरी क्लास में थी, बैठी थी\ मेरी बहन के शर्ट के बटन खुले हुए थे और ब्रा निकली हुई थी और जावेद का लंड चूस रही थी\ ये देखकर मैं शॉक रह गयी\ जावेद मुझे देखते ही बोला- आ गयी रंडी, चल आजा और देख अपनी बहन की चुदाई\ तभी वहां पर हमारी मैथ की टीचर स्मिता मैडम आ गयी\ मुझे लगा वो डांटेंगी लेकिन वो सीधे जावेद और असलम के बीच में बैठ गयीं\ मैंने मोनाली को उठने के लिये कहा तो बिना कुछ बोले जावेद के लंड को चूसती रही\ जावेद ने स्मिता मैडम की ब्लाउज खोलकर उनके ब्रा को निकल कर फ़ेंक दिया और उनके बूब्स चूसने लगा\ स्मिता मैडम ने असलम का लंड पन्त खोलकर निकल लिया\ और सहलाने लगीं\ उन दोनों के लंड देखकर मेरी चूत से पानी आने लगा\ मगर फिर भी मैं शांत रही\ तभी इमरान पिच्छे से मुझे पकड़कर मेरे होंठों पर किस करने लगा\ उसने धीरे से मेरे शर्ट के बटन खोल दिए और मैं कोई भी विरोध नहीं कर सकी\ इमरान ने कहा - जावेद भाई रंडी पूरी तरह से तैयार है चुदने के लिये\ मेरा फिगर ३४-२६-३४ का था जो इमरान मसल रहा था\ मेरी बहन मोनाली का फिगर ३२-२६-३४ था\ साक्षी ने जावेद से कहा - जावेद भाई आज सिर्फ लंड चुसवा लीजिये, किसी और दिन चोद लीजियेगा\ उसने कहा ठीक है और उसने कहा कि सोनाली और मोनाली की सील वही तोड़ेगा कोई और नहीं\ साक्षी ने कहा ठीक है\ तब उसने असलम और इमरान से कहा कि सबके ब्रा और पैंटी ले लो और हमसे बोला कि आज के बाद कोई भी ब्रा-पैंटी नहीं पहनेगी\ और चले गए हम सबने अपने कपडे पहने और चल दिए\ रास्ते में मुझे पता चला कि कैसे साक्षी ने स्मिता मैडम के कहने पर मेरी बहन को राजी किया था\ उसने बताया कि जावेद हम दोनों बहनों को चोदना चाहता है और उसे चोद चूका है\ हम घर पहुंचे और स्कूल कि बात को भूल गए अगले दिन जावेद अपने 3 दोस्तों के साथ हमारे घर आ गया और उसके साथ साक्षी भी थी\ उसने आते ही हमारे भाई को पीटना स्टार्ट कर दिया\ हमें कुछ समझ में नहीं आया\ उसने निखिल से कहा- क्यों बे गांडू , मैंने तुझसे सिर्फ तेरी बहन कि चूत मांगी थी लेकिन तू दिला न सका, इसीलिए मैं तेरे घर आया हूँ, मुझे तेरी बहनों के बिना रहा नहीं गया\ अब मैं तेरी बहनों के साथ साथ तेरी माँ को भी चोदुंगा\ तभी माँ रूम के अन्दर से निकल आई और बोली कि ये सब क्या हो रहा है? मेरी माँ कि फिगर ३६-३२-३८ थी\ तो जावेद ने असलम को बोला कि इसे बताओ क्या हो रहा है तो असलम और आसिफ ने मिलकर मेरी माँ के कान में कुछ कहा और उनके कपडे उतरने लगे\ इसके बाद मेरी माँ खुद उनका साथ देने लगीं और जावेद से बोला आजा मेरे राजा और मिटा दे मेरी प्यास\ मेरी कुछ समझ में नहीं आया\ तो जावेद ने मेरी तरफ देख कर बोला कि इतना सोच मत तेरी माँ और तेरी बड़ी बहन हमारी रंडी हैं\ हम इन्हें अब तक अपने घर पे चोदते थे लेकिन अब तेरे घर पे ही चोदेंगे\ इमरान मेरी बहन मिताली के कपडे उतरने लगा और असलम मेरी माँ को नंगी कर चूका था\ जावेद ने मेरे भाई को बोला कि चल इन रंडियों को नंगा कर और मेरी तरफ बढ़ने लगा
to be continued........
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